IIT, मेडिकल की कोचिंग की महंगी फीस नहीं भर पा रहे तो न लें टेंशन, मुफ्त में तैयारी कराएगी सरकार
आईआईटी और मेडिकल जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग का खर्च उठाने में असमर्थ छात्रों को अब एक नया ‘साथी’ मिलने जा रहा है. ‘सेल्फ असेसमेंट टेस्ट एंड हेल्प फॉर एंट्रेंस एग्जाम (एसएटीएचईई) यानी साथी एग्जाम की तैयारी करवाएगा.
नई दिल्ली: आईआईटी और मेडिकल जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग का खर्च उठाने में असमर्थ छात्रों को अब एक नया ‘साथी’ मिलने जा रहा है. ‘सेल्फ असेसमेंट टेस्ट एंड हेल्प फॉर एंट्रेंस एग्जाम (एसएटीएचईई) यानी साथी एग्जाम की तैयारी करवाएगा.
शिक्षा मंत्रालय ने की नई पहल
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, आईआईटी कानपुर की मदद से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यह एक नई पहल की है. शिक्षा मंत्रालय का यह भी कहना है कि ‘साथी’ के जरिए देश के प्रसिद्ध आईआईटी संस्थानों और बेंगलुरु स्थित आईआईएससी के फैकेल्टी छात्रों की मदद करेंगे.
छह मार्च को लॉन्च होगा ‘साथी’
देशभर के छात्रों के लिए ‘साथी’ प्लेटफॉर्म 6 मार्च को लॉन्च होगा. अभी तक जामिया मिलिया इस्लामिया और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय जैसे कई संस्थानों में सिविल सर्विसेज की ट्रेनिंग के लिए सरकार की तरफ से निशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराई जा रही थी.
हालांकि, अब इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए आईआईटी समेत विभिन्न इंजीनियरिंग नीट और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी निशुल्क सहायता छात्रों को मिल सकेगी. इस व्यवस्था पर होने वाला सारा खर्च सरकार की ओर से वहन किया जाएगा.
प्रतियोगी समेत अन्य परीक्षाओं को तैयारी का मिलेगा मौका
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इस नए प्लेटफॉर्म साथी का उद्देश्य भारतीय छात्रों को प्रतियोगी और अन्य परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक आत्म-केंद्रित इंटरैक्टिव सीखने और मूल्यांकन मंच का अवसर प्रदान करना है. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक साथी का उद्देश्य छात्रों को अवधारणाओं को सीखना और उनके कमजोर विषयों पर ध्यान केंद्रित करना है.
महंगी फीस का खर्च न उठा पाने वालों को मिलेगी मदद
इसके लिए बाकायदा आईआईटी और आईआईएससी के फैकेल्टी छात्रों की मदद करेंगे. इन फैकेल्टियों की ओर से विभिन्न विषयों पर खास वीडियो तैयार किए जाएंगे जो परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए खासी मददगार हो सकते हैं.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक साथी प्लेटफॉर्म बनाने का उद्देश्य ऐसे छात्रों तक मदद पहुंचाना है जो जेईई नीट व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महंगी कोचिंग का खर्चा उठाने में अक्षम हैं. साथी को लांच करने का उद्देश्य छात्रों को कॉन्सेप्ट को सीखना और अपने कमजोर टॉपिक पर ध्यान केंद्रित करवाना है.