पूरा व्याख्यान

अवधारणा के अनुसार वीडियो

परिचय

मान लीजिये, F = kxi + kyj एक सदिश क्षेत्र है, जहां k स्थिर है। क्या यह सदिश क्षेत्र चुंबकीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर सकता है?

परिमित धारा तत्व द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की गणना कीजिए।

एक परिमित लम्बाई के तार को जिसमे धारा I प्रवाहित होती है एक ही घुमाव में एक वृत्त अथवा वर्ग के रूप मोड़ा जाना है, किस स्थिति में केंद्र पर चुम्बकीय क्षेत्र सबसे ज्यादा होगा?

मुक्त आकाश में संचरित होने वाली किसी विद्युत चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र E = (10i + 15j)sin[4pi*10^6(ct – z)]V/m है, जहाँ c मुक्त आकाश में प्रकाश की गति है, z मीटर में है a) तरंग की तरंगदैर्घ्य क्या है? b) संबंधित B फ़ील्ड की गणना करें?



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याद रखने के लिए अवधारणाएं और सूत्र

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अनूप कुमार, भौतिकी, IIT कानपुर

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